मुंगेली में जनसमस्या निवारण शिविर: विधायक मोहले के 'तेवर', कलेक्टर ने अफसरों को 'खड़ा' किया!
मुंगेली में जनसमस्या निवारण शिविर: विधायक मोहले के 'तेवर', कलेक्टर ने अफसरों को 'खड़ा' किया!

मुंगेली, छत्तीसगढ़: मुंगेली जिले के कंतेली ग्राम में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में विधायक पुन्नूलाल मोहले ने अपनी सख्ती से सभी का ध्यान खींचा। विधायक जी अपने सहज और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं, पर इस शिविर में उन्होंने ब्लॉक से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों को आमजनता के सामने खड़ा कर सवालों की झड़ी लगा दी। कुछ सवालों का जवाब न दे पाने पर अफसरों को ‘क्लास’ तक लगानी पड़ी।

कलेक्टर राहुल देव ने भी जमीनी स्तर के अमले को आमजनों के सामने खड़ा कर पहले तो उनसे परिचय पूछा और फिर लोगों से कहा, “इनसे कोई शिकायत हो या कुछ काम लटका हो तो तुरंत बताएं।” उन्होंने आश्वस्त किया कि मौके पर निराकरण होने योग्य मामलों का तुरंत निपटारा होगा और बाकी मामलों का समय सीमा में निपटारा किया जाएगा। शिविर में 200 से ज़्यादा शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया।

इस पूरे वातावरण ने लोगों को पूर्ववर्ती सरकार के ‘भेंट मुलाकात’ और ‘लोक सुराज’ कार्यक्रम की याद दिला दी।

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शिविर में क्या-क्या हुआ?

  • मुंगेली विकासखंड के कंतेली ग्राम में जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया।
  • विधायक मोहले और कलेक्टर देव ने विभागीय स्टॉलों का अवलोकन किया।
  • पात्र लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए गए।
  • विभागीय आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण के निर्देश दिए गए।
  • विधायक और कलेक्टर ने बच्चों को अन्नप्राशन कराया और गर्भवती/शिशुवती माताओं को सुपोषण किट वितरित किया।
  • शिविर में 355 लोगों ने आवेदन दिए, जिनमें से 234 का मौके पर निराकरण किया गया।

विधायक ने आमजनों से किया संवाद, सुनी समस्याएं

  • विधायक मोहले ने आमजनों से प्रत्यक्ष संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं।
  • विभागीय अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए गए।
  • विधायक ने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए विभागीय स्टॉल लगाए गए हैं।
  • लोगों को पानी, बिजली, पेंशन, आवास, शौचालय, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाने सहित विभिन्न समस्याओं का निराकरण किया गया।

कलेक्टर ने अफसरों को खड़ा कराया, ‘खुलासा’ मांगा

  • कलेक्टर ने जनपद सीईओ, तहसीलदार, ग्राम सेवक, पंचायत सचिव, पटवारी, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पुलिस विभाग के स्थानीय अमलों को आमजनों के सामने खड़ा कराया।
  • उनसे पूछा गया कि क्या किसी का काम रूका हुआ है?
  • ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर कलेक्टर ने मौके पर ही समस्या के समाधान के निर्देश दिए।
  • आवेदकों को प्रकरण के निराकरण के संबंध में सूचना देने के निर्देश दिए गए।
  • कलेक्टर ने मैदानी अमले को क्षेत्र में उपस्थित रहकर कार्य करने के निर्देश दिए।
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यह शिविर एक बार फिर प्रशासन की जनता के प्रति उत्तरदायित्व और उनकी समस्याओं को सुलझाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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