रायगढ़: देश की सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभाने वाले राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने रायगढ़ में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। यह मॉक ड्रिल भारत सरकार के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के वार्षिक कैलेंडर वर्ष 2024-25 के तहत आयोजित किया गया था। जिले के कलेक्टर, कार्तिकेया गोयल के निर्देशन में यह मॉक ड्रिल ग्राम-सिंगपुरी, तहसील पुसौर (महानदी) में आयोजित किया गया था।
इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ की 03 वाहिनी मुंडली कटक (ओडिशा) और रायगढ़ नगर सेना की टीम ने हिस्सा लिया। कुल 50 जवानों ने इस मॉक ड्रिल में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ के जवानों ने बाढ़ की स्थिति में क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी दी। उन्होंने लोगों को बाढ़ से बचाव के तरीकों के बारे में भी बताया।
इस मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव, सुरक्षा के नियमों और आपदा के समय बाढ़ से बचाव के लिए आवश्यक उपचार के बारे में जानकारी दी गई। ग्रामीणों और स्कूली बच्चों ने इस मॉक ड्रिल में उत्साह से भाग लिया।
मॉक ड्रिल में नोडल अधिकारी और डिप्टी कलेक्टर रेखा चन्द्रा, प्रभारी अधिकारी राहत एवं आपदा शाखा, एसडीएम रायगढ़ प्रवीण तिवारी, जिला सेनानी नगर सेना रायगढ़ बी.कुजूर, एनडीआरएफ मुंडली कटक ओडिशा के द्वितीय कमान अधिकारी धनंजय कुमार, तहसीलदार पुसौर नेहा उपाध्याय, नायब तहसीलदार पुसौर, स्वास्थ्य विभाग से बीएमओ पुसौर और उनकी पूरी टीम एम्बुलेंस के साथ मौजूद थी। ग्राम सिंघपुरी के सरपंच, सचिव, कोटवार और स्कूली छात्र-छात्राओं के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण भी इस मॉक ड्रिल में शामिल हुए।
इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ के 25 जवान और नगर सेना रायगढ़ के बाढ़ बचाव दल के 25 जवानों ने भाग लिया। इस मॉक ड्रिल की योजना डिप्टी कलेक्टर रेखा चन्द्रा ने बनाई थी। उन्होंने 17 अक्टूबर को होने वाले जिला स्तरीय मॉक ड्रिल के बारे में जिला सेनानी नगर सेना और ओडिशा के अधिकारियों को जानकारी दी थी।