कोरबा: जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां SECL (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के असिस्टेंट मैनेजर और इंजीनियर समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये लोग ढेलवाडीह माइंस में कार्यरत थे और रात के समय बोलेरो जीप में पुलिस सायरन लगाकर भारी वाहनों की जांच के नाम पर अवैध वसूली कर रहे थे!
कैसे हुआ खुलासा?
मामला कटघोरा थाना क्षेत्र का है। ट्रक मालिक अफसर अंसारी के ड्राइवर हार्दिक अंसारी ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि मुकेश केशरवानी अपने सहयोगियों अभिषेक मीणा, विकास मीणा, और हर प्रसाद पटेल के साथ मिलकर रात के अंधेरे में भारी वाहन चालकों से जांच के नाम पर पैसे वसूल रहे थे।
कौन थे ये ‘पुलिस’ ?
इस ग्रुप में SECL के असिस्टेंट मैनेजर मुकेश केशरवानी के साथ ही इंजीनियर और कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत तीन अन्य कर्मचारी शामिल थे। दिलीप यादव एक प्राईवेट वाहन चालक था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
SECL प्रबंधन में हड़कंप!
इस घटना की जानकारी के बाद SECL प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है। खबर है कि SECL जल्द ही इस मामले में अपने कर्मचारियों पर कार्रवाई कर सकती है।
क्या सीख मिलती है?
इस घटना से हमें पता चलता है कि सत्ता का दुरुपयोग कैसे किसी भी संगठन को काले धब्बे लगा सकता है। निजि क्षेत्र को भी अपने कर्मचारियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।