बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ विधानसभा के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में शिक्षा और संसदीय कार्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। वह रायपुर दक्षिण (पहले रायपुर शहर) विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और 1990 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। उनका राजनीतिक सफर काफी लंबा और उतार-चढ़ाव से भरा रहा है।
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विधानसभा शैक्षिक भ्रमण पर पहुंची छात्राओं ने संसदीय कार्य मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल से की मुलाकात
विधानसभा का शांतिपूर्ण संचालन बड़ी जिम्मेदारी वाला काम है रायपुर, 13 फरवरी 2024/ विधानसभा, लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो नागरिकों की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का काम करती है। यह राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण अंग है जो राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेती है। संसदीय…
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले को पर्यटन जिले के रूप में मिलेगी पहचान : संस्कृति मंत्री श्री अग्रवाल
रायपुर 10 फरवरी 2024/ संस्कृति मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि हमारी सरकार का लक्ष्य विकास की रोशनी हर घर तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं को प्राथमिकता में रखकर हमारी सरकार द्वारा नई-नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पर्यटन की संभावना से…
आधुनिक टेक्नालॉजी के इस्तेमाल से मिलेगी विश्व स्तरीय शिक्षा : उच्च शिक्षा मंत्री श्री अग्रवाल
रायपुर 10 फरवरी 2024/ उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल राजधानी रायपुर के श्री गोबिंदराम शदाणी शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय के प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल हुए। उन्होंने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का युग टेक्नालॉजी का युग है। समय के साथ-साथ टेक्नालॉजी भी बदल रही है, अब आईटी के…
प्रारंभिक जीवन और राजनीतिक शुरुआत:
अग्रवाल का जन्म रायपुर में 1 मई 1959 को हुआ था। छात्र जीवन से ही उनकी राजनीति में रूचि थी और उन्होंने 1977 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 1984 में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य बने और 1988 से 1990 तक भाजयुमो के युवा मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
राजनीतिक सफर:
1990 में मात्र 31 साल की उम्र में वह पहली बार मध्यप्रदेश विधानसभा (छत्तीसगढ़ अभी अलग राज्य नहीं बना था) के लिए रायपुर से चुने गए। इसके बाद वह लगातार 8 बार विधायक चुने जा चुके हैं, जो उनके राजनीतिक कौशल और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता का प्रमाण है।
अग्रवाल अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रह चुके हैं, जिनमें गृह, कृषि, सिंचाई, जल संसाधन, बायो टेक्नोलॉजी, पशुपालन, मछली पालन और धार्मिक ट्रस्ट विभाग शामिल हैं। उन्हें “छत्तीसगढ़ का चाणक्य” भी कहा जाता है, जो उनकी कुशल रणनीतिक सोच और राजनीतिक दूरदर्शिता को दर्शाता है।
प्रमुख उपलब्धियां:
- राजिम कुंभ महोत्सव को राष्ट्रीय स्वरूप देना: धर्मस्व मंत्री रहते हुए उन्होंने राजिम को कुंभ का दर्जा दिलाया और इसे एक प्रमुख आयोजन के रूप में स्थापित किया।
- रायपुर शहर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान: रायपुर के विकास में उनकी अहम भूमिका रही है, जिसमें बुनियादी ढांचे में सुधार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार शामिल है।
- कृषि क्षेत्र में सुधार: कृषि मंत्री रहते हुए उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू कीं।
विवाद:
अग्रवाल के राजनीतिक करियर में कुछ विवाद भी रहे हैं, जिनमें कुछ भ्रष्टाचार के आरोप भी शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को हमेशा खारिज किया है।